उच्च विभेदन, स्थानिक अध्ययनों की बढ़ती मांग के कारण, अकसर घनी आबादी वाले क्षेत्रों के निकट स्थित इलाकों में विस्फोटक स्रोतों का उपयोग करके किए जाने वाले पूर्ण विस्फोट भूकंपी सर्वेक्षण नहीं किए जा सकते हैं। ऐसे में पिछले दशक में वाइब्रोसीस को स्रोतों के रूप में उपयोग करके किए जाने वाले उथली भूकंपी अध्ययनों की तकनीक ने जोर पकड़ा और सीएसआईआर - एनजीआरआई इस चुनौती का सामना करने के लिए उपयुक्त उपस्कर एवं डाटा विश्लेषण तकनीकों के साथ खड़ा हुआ। कुडंकुलम नाभिकीय शक्ति संयंत्र स्थल, तमिलनाडु राज्य के पास अधस्तल भ्रंशों को निरूपित करने के लिए 70 एल के एम के समानांतर 2 विमीय सर्वेक्षण संचालित किए गए। कोव्वाडा, श्रीकाकुलम और चुटका, मध्य प्रदेश में प्रस्तावित नाभिकीय शक्ति संयंत्र स्थलों के लिए उथले भूकंपी एवं वेधछिद्र अध्ययनों द्वारा भ्रंशों तथा स्थलानुरेखों का निरूपण / अभिलक्षणन प्राथमिकता परियोजनाएं हैं, जो कि राष्ट्रीय सामरिक / ऊर्जा क्षेत्रों के लिए योगदान देती हैं। शेल गैस अन्वेषण और संबंधित संरचनात्मक विशेषताओं की जानकारी के लिए दामोदर द्रोणी में 3 विमीय उच्च विभेदन भूकंपी सर्वेक्षण संपन्न किया गया और गोंडवाना कोयला क्षेत्रों की मौजूदा परिस्थितियों के अन्तर्गत कोयला संस्तर मेथेन खंडों को स्पष्ट करने के लिए कोयला संस्तर मेथेन निक्षेपों के अनुमान के लिए विश्वसनीय कार्यप्रणाली को विकसित करने के लिए पैरामीटरों का अभिकल्प करना और संबंधित अनिश्चितताओं को घटाना जारी है।
नाम | पदनाम |
डॉ. निमिषा वेदान्ति | प्रधान वैज्ञानिक |
श्री थंडन बाबु नाइक आर | वरिष्ठ वैज्ञानिक |
श्री मैसय्या डी | वरिष्ठ वैज्ञानिक |
श्री श्रीनिवासुलु आर.एस.के | प्रधान तकनीकी अधिकारी |
श्रीमती रत्नमाला के | वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी (3) |
श्री श्रीनिवास जी. एस | वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी (3) |
श्री वेंकटपति बी. आर. के. | वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी (2) |
श्री वासुदेवन जी | तकनीकी अधिकारी |
श्रीमती उमा वाडपल्लि | तकनीकी सहायक |
श्री सुरेश जी | तकनीशियन (1) |
पृष्ठ अंतिम अपडेट : 06-10-2021